ट्राइस की निषिद्ध लालसा उसे एक वीरान हवेली की ओर ले जाती है, जहां उसका सामना एक कामुक प्राणी से होता है। बसे हुए लेकिन उत्सुक, वह अपनी मौलिक प्रवृत्ति में लिप्त होती है, जिससे कभी भी अनुभव नहीं किया जाने वाला कामुक आनंद का दायरा खुल जाता है। क्या वह अपनी अँधेरी इच्छाओं के आगे झुक जाएगी या छुटकारे की तलाश करेगी?