ट्रेसी लेन, एक आकर्षक लोमडी, आत्म-आनंद में लिप्त है, उसकी कलाइयां बंधी हुई हैं। वह आत्म-कफ्फ परमानंद की स्वामी है, जब वह चरमोत्कर्ष पर पहुंचती है तो उसकी कराहें गूंजती हैं, उसका शरीर जोश के झोंकों में ऐंठता है। यह आत्म-आतुरता और बंधन के दायरे में एक रोमांचक यात्रा है।