जैसे ही मेरी सौतेली बहन बिस्तर पर लेटी, मैंने अवसर को जब्त कर लिया उसके मीठे अमृत पर दावत देने का। उसकी नाजुक उंगलियां मुझे चिढ़ाती हुई, एक जंगली लय को प्रज्वलित करती हुई। कमरा हमारी परमानंद से हिल गया, उसकी विस्फोटक रिहाई ने हमारी अविस्मरणीय मुठभेड़ को चिह्नित किया।