एक शरारती लड़की, अनदेखी, आत्म-आनंद में लिप्त होती है, उसकी कराहें एक छिपे हुए कमरे की सीमाओं के भीतर गूंजती हैं। अप्रत्याशित रूप से, उसका सामना एक जिज्ञासु साथी से होता है, जो एक रोमांचक मुठभेड़ को भड़काता है। वह गुप्त शारीरिक अन्वेषण की कच्ची, अनफ़िल्टर्ड वास्तविकता का गवाह बनती है।