एक सरकारी विनम्र, बंधे और असुरक्षित सचिव को उसके सत्तावादी श्रेष्ठ द्वारा बेरहमी से पीटा जाता है। सार्वजनिक रूप से परेड, नंगे पैर और उजागर होते ही उसका अपमान तेज हो जाता है। जैसे ही उसका निषिद्ध प्रेमी आता है, वर्जना बढ़ जाती है, जिससे इस कामुक मुलाकात में एक रोमांचक मोड़ जुड़ जाता है।