जिज्ञासु किशोरी जैज़ी अपनी कल्पनाओं में लिप्त रहती है, अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए कपड़े उतारती है। वह उत्सुकता से एक जंगली मुठभेड़ में लिप्त होकर आनंद की दुनिया को तरसती है। चेहरे के चुंबन से लेकर भावुक बिल्ली के खेल तक, जैज़ी का सफर आनंद का बवंडर है।