जैसे ही मैं उसके चेहरे पर बैठा, वो कराह उठी और छटपटाने लगी.फिर एक दुष्ट मुस्कान के साथ उसने मुझे पलट दिया और अपने नियंत्रण में ले लिया.उसके मेरे अंदर जोर देने से पहले मैंने महसूस किया कि उसकी उंगलियां मेरे शरीर की खोज करती हैं.उसके चरमोत्कर्ष ने अपनी छाप छोड़ दी, जो हमारी जंगली मुठभेड़ का एक वसीयतनामा था.