सौतेली माँ जूलिया ऐन की अपने सौतेले बेटे के लिए अतृप्त वासना एक उग्र संबंध को प्रज्वलित करती है। उनकी निषिद्ध मुलाकातें स्पष्ट, अंतरंग मुठभेड़ों में तल्लीन होती हैं। भारतीय सौंदर्य का कामुक आकर्षण और विशेषज्ञ प्रलोभन उनके जुनून को नई ऊंचाइयों पर ले जाता है।