एक कमरे में कदम रखते हुए मैंने अपनी सौतेली बेटी को इस हरकत में पकड़ लिया.उसका बदन एक तकिया से उलझा हुआ था, उसका हाथ काम करने वाला जादू था.प्रतिरोध करने में असमर्थ, मैंने उसे परमानंद की ओर ले जाते हुए शामिल किया.कैमरे पर कैद हमारे साझा आनंद ने हम दोनों को बेदम कर दिया.