के की इस दुर्घटना के कारण उसे कड़ी सजा मिली। उसकी चड्डी तक नंगी, उसे जंजीर से बांध दिया गया था, उसकी हरकतें प्रतिबंधित थीं। उसका टखने का कंगन उसकी स्थिति की कठोर वास्तविकता को रोकने में विफल रहा। कमरा उसकी जंजीरों की झिरी से गूंज उठा, जो उसके गलत कदम की लगातार याद दिला रहा था।