धूप उमड़ पड़ी थी, और समुद्र तट खाली था, लेकिन लड़की को कोई फर्क नहीं पड़ा। उसने अपना तौलिया नीचे रखा, गर्मी में बेक्ड, फिर खुद को छूने लगी। पास में लहरें दुर्घटनाग्रस्त हो गईं, उसकी कराहें तेज़ हो गईं, और जब तक समुद्र ने उस पर दावा नहीं किया, तब तक वह अपने आनंद की सवारी करती रही।