एक युवा सहपाठी एक कॉलेज छात्रावास में पढ़ाई करती है, अनजाने में अपनी पाठ्यपुस्तक में शुक्राणु और शहद का प्रसार करती है। जैसे ही उसे अपनी शरारती गलती का पता चलता है, वह अपना जंगली पक्ष स्वीकार कर लेती है और एक भावुक मुठभेड़ में संलग्न हो जाती है, जिससे शैक्षणिक तनाव के लिए कोई जगह नहीं रह जाती है।