एक युवा सहपाठी अपने पुराने कमरे में बसी हुई कॉलेज से घर लौटती है। देर रात, वह अपने सौतेले पिता के साथ बेवकूफ बनाने के लिए बाहर निकलती है। उनकी छिपी हुई कोशिशें छात्रावास में गूंजती हैं, लेकिन उन्हें नौकरानी को जगाना नहीं चाहिए। वर्जित, फिर भी निषिद्ध आनंद की आकर्षक कहानी।